आओ सब इस बार
कुछ ऐसी दीवाली मनाएं,
किसी को मुस्कुराहट बांटे
किसी से खुशी ले आएं।।
खरीदें ढेरों दीये मिट्टी के,
किसी और के घर की
दीवाली भी जग -मग
दिल रोशन कर आएँ।।
कुछ खील बताशे और
चीनी के खिलौने खरीदें
दीवाली आस है जिनकी
उन्हें मिठास कुछ दे आएं।
आओ अबकी बार कुछ
ऐसी ही दीवाली मनाएँ।
धीरजा शर्मा
चंडीगढ़
[siteorigin_widget class=”TheChampSharingWidget”][/siteorigin_widget]
[siteorigin_widget class=”SiteOrigin_Widget_Headline_Widget”][/siteorigin_widget]
[siteorigin_widget class=”categoryPosts\\Widget”][/siteorigin_widget]