“मेरी बहना”
सुंदर -सी राखी बंधवाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा,
राखी मेरी लाना तू फूलों वाली,
प्रेम से मैं बंधवाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा।
राखी मेरी लाना तू टॉफी वाली,
नटखट मैं बन जाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा,
राखी सजाना मेरी,
मोतियन के थाल में,
टीका भी मैं लगवाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा।
सत्य कहता हूँ मेरी बहना,
नहीं इंतजार कराऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा,
सज-धज कर जब,
आएगी तू बहना,
प्रस्तुत तभी हो जाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा।
आता है इक दिन,
साल में बहना,
वचन सदा मैं निभाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा।
राखी की लाज बचाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा ।।
बहना तेरे घर आऊँगा,
राखी मेरी लाना तू फूलों वाली,
प्रेम से मैं बंधवाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा।
राखी मेरी लाना तू टॉफी वाली,
नटखट मैं बन जाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा,
राखी सजाना मेरी,
मोतियन के थाल में,
टीका भी मैं लगवाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा।
सत्य कहता हूँ मेरी बहना,
नहीं इंतजार कराऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा,
सज-धज कर जब,
आएगी तू बहना,
प्रस्तुत तभी हो जाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा।
आता है इक दिन,
साल में बहना,
वचन सदा मैं निभाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा।
राखी की लाज बचाऊँगा,
बहना तेरे घर आऊँगा ।।
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