मैं और तुम Main aur tum

हर तरफ तुफानों से घिरे है,सकून तेरे आगोश में मिला है,
कितनी तन्हा थी इस भीड़ में, तेरे साथ से ये चेहरा खिला है ॥

अज्ञात
Share Onain Drive