नारी 

दुधमुंहे बच्चे को छुड़ाकर उसके मुंह से शीशी लगाकर तुम उठ बैठी हो मुंह अंधेरे और दैनिक क्रियाओं से निवृत हो तुमने दे दिया है मुंह चूल्हे में । हां…

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दोस्त

दोस्त वही जो मुसीबत में काम आये दो दोस्त व रीछ की कहानी बहुत छोटे थे जब पापा ने सिखाया था कम समझ आया  था खूब अच्छे से रट्टा लगाया…

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फैसला

फैसला था दिल का वह दिमाग से कर गया रेत का था महल पल में गिर गया कभी दिल की बात जुबां पर लाई तो होती दोराहे पर चल रहे…

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मुक्ति 

मर कर ही नहीं मिलती मुक्ति शरीर से है ही नहीं मुक्ति का नाता बस! मन का खेल निर्लिप्त रह कर देखना है सब नाटक कहीं कोई प्रतिक्रिया नहीं। निर्देशक…

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परी – संवाद 

हमारे शहर में सरकारी छत्र छाया में अक्सर ऐसी  विशिष्ट  साहित्यिक संगोष्ठियाँ आयोजित होती रहती हैं जिनमें अधिकांशतः केवल साहित्यकार ही भाग लिया करते हैं।  इक्का दुक्का जो गैर साहित्यकार…

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परिवर्तन

दे एक हथौड़ा और मार एक प्रहार लगा जोर हो प्रबल भरोसा, तो तोड़ कर खत्म रुकावट, रुख मोड़ । मत हो दुर्बल, भगत सोच है तू आजाद, आजाद सोच…

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परी

हंसती परी सुन्दर, स्वप्निल एक शहर में, रंगों भरे इक शामियाने में, रहती एक परी सी थी, पास न उसके कोई दुख कोई आंसू न कभी फटका था भांत-भांत तकलीफों…

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वरदान

है भगवान दो वरदान खूब पढ़ूँ ऊँचा उठूँ। ज्ञान वान बनकर मातपिता का नाम करू। मानवता हो धर्म मेरा सबका मैं सम्मान करूँ। दया भाव दिल में रहे पर दुख…

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अनुबंध

रात्रि जागरण के उस क्षण में समय शिला पर लिखे प्यार का हमने जो अनुबंध किया है उसकी  कौन गवाही देगा? त्रिभुवन का वह राज्य कहाँ हैं? आशाओं ने प्रश्न…

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खामोश  सहारे 

ढलती हुई ज़िन्दगी  के दोराहे पर जब , साथ हों तन्हाईयां , तो आते हैं  अश्क । जब खामोश  सी राहों  पे कदम  लड़खड़ाऐं , देने को फिर  सहारा, आते …

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इच्छा पूरी हुई 

    ....................................... हर इक ठेला भरा हुआ था मीठे मीठे आमो से पेड़ से बन्दर देख रहा था ललचाई निगाहों से । कोई हरा था कोई पीला गूदेदार, बड़ा…

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प्रेम

  कहते हैं, प्रेम जिन्दगी है ........ प्रेम बन्दगी है ......... पर लगता नहीं प्रेम मुक़म्मल हो पाया किसी का यहाँ, प्रेम करना ही है बन्दे, तो कर उस ख़ुदा…

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