Jaane anjaane me

जाने अन्जाने मे कहीं मुलाकात हो गई, कुछ शरारत और कुछ ख्वाबों के रहते बात हो गई ।किसने सोचा था बदल जाएगा रुख जिंदगी का, आज देखते ही देखते तेरी…

Comments Off on Jaane anjaane me

Zakham Gehra ho

जख्म गहरा हो, पर दिखाना तुम्हें है, खुशी का आलम हो, पर सुनाना तुम्हें है ।क्या नाम दूं अपनी इस चाहत को,रूठना भी तुमसे है और मनाना भी तुम्हें है…

Comments Off on Zakham Gehra ho

esa koi aalam ho

काश ऐसा कोई आलम हो, पूरी कायनात तेरा अह्सास दिलाए ,ये हवाएं जो मेरे पास आए, तेरे आने का ही पैगाम लाए ।तुझे न रहे कभी कदर मेरे प्यार की,…

Comments Off on esa koi aalam ho

kisi ke saath

काश हम किसी के साथ मुस्कुराए न होते, काश हम किसी के मन की जान पाए न होते।हर दर्द मन में छुपा कर बैठे है हरपल ,काश हम इस मतलबी…

Comments Off on kisi ke saath

kaash koi esa manjar ho

काश ऐसा कोई मंजर हो ,जहां सांसे रुक जाने का आलम हो ।तेरा अहसास हो, तेरा ही ख्याल हो, तेरा साथ हो बाकी कुछ न याद हो ॥ अज्ञात

Comments Off on kaash koi esa manjar ho

खामोशी – khamoshi

किसी के लिए रिश्ता तो किसी के लिए चुभन बन जाती है,रिश्ते में जो आ जाए तो हर किसी की घुटन बन जाती है ।ये खामोशी है जनाब किसी का…

Comments Off on खामोशी – khamoshi

किसी की बातें आंसू बनकर – kisi ki baatain aansu bankara

किसी की बातें आंसू बनकर बह गई किसी की यादें दर्द बनकर रह गई शिकायत किस्मत के सिवा करती भी किससे आज किसी की नफरत को भी खामोशी से सह…

Comments Off on किसी की बातें आंसू बनकर – kisi ki baatain aansu bankara

विश्वास एक अटूट बंधन – vishvaas ek attut bandhn

कितना प्यारा वह एह्सास होता है' कोई दूर होकर भी पास होता है जिंदगी ह्सईन बन जाती है अगर मजबूत खूद का विश्वास होता है ॥ अज्ञात

Comments Off on विश्वास एक अटूट बंधन – vishvaas ek attut bandhn

कितना सकून था – kitana sukun tha

कितना सकून था पिता के आंगन और मां के दामन में स्कूल की पढ़ाई में, भाई - बहन और दोस्तों से लड़ाई में ।वक्त तो बड़ा जालिम होता है जनाब…

Comments Off on कितना सकून था – kitana sukun tha

मैं और तुम Main aur tum

हर तरफ तुफानों से घिरे है,सकून तेरे आगोश में मिला है,कितनी तन्हा थी इस भीड़ में, तेरे साथ से ये चेहरा खिला है ॥ अज्ञात

Comments Off on मैं और तुम Main aur tum

Krishna Krishna

मोर पंख को मुकुट में सजाए गोपियों को बांसुरी की धुन सुनाएं ।ग्वाल-बालों के संग माखन खाए'सांवरी सूरत वाला नंदलला कहलाए ॥ अज्ञात

Comments Off on Krishna Krishna

मोहब्बत और मुक्क्दर

मोहब्बत और मुक्क्दर सताती बहुत है, दूर हो जाए किसी से रुलाती बहुत है । इतना ही फासला है दोनों से मिलने का , मुक्कदर मेहनत से मिलती है और…

Comments Off on मोहब्बत और मुक्क्दर