अरमान..

“सुनो, वादा करो” उसने प्यार से, विश्वास से, हाथ दबाया। कैसी पिघली नज़रों से मुझे देख रही थी। रोऊँ, न, न, कैसी उलझन!  झंझावत! कई तूफान थे अंदर….. कैसे कहूँ…

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श्री अटल बिहारी जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि

अलविदा ना कहो इन भीगी आंखों से... मैं लौट कर आऊंगा मेरा वादा है । हे भारत मां , जरा भी मायूस ना हो... तेरे दिल से यूं ना जाऊंगा…

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गुड टच बेड टच

गुड टच बेड टच मम्मी पापा करते प्यार। उनका टच ' 'गुड़ टच' कहलाता दिल को तुम्हारे प्यार ये भाता। प्राइवेट पार्ट्स तुम्हारे छूकर कोई जो तुमसे प्यार दिखलाये। उनका…

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ये नहीं है कि जहां की धमकियों से डर गया

गीत ये नहीं है कि जहां की धमकियों से डर गया. बस ज़रा दूरी मैं तुझसे एहतियातन कर गया. आज भी शामिल है तू इन धड़कनों के साज में. गीत…

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ग़ज़ल

*ग़ज़ल* बिन रिश्वत नै आने वाले। क्या बिजली क्या थाने वाले।हर दफ्तर का हाल यही है लुट के आएँ जाने वाले।राजनीति में मिलते हमको सब के सब भड़काने वाले। नयन…

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सूरज और दीया

  सूरज और दीया----------------डूबते सूरज ने कहामैं भी आराम चाहता हूँमेरे अभाव मेंकौन ?प्रश्न जटिल थाहर कोईमौन !!!कुछ देर सन्नाटे मेंरहा पूरा संसारफिर कांपती सीआवाज़ आईमैं कोशिश करूँगामैं हूँ तैयार।सबने…

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“मेरी बहना”

"मेरी बहना" सुंदर -सी राखी बंधवाऊँगा, बहना तेरे घर आऊँगा, राखी मेरी लाना तू फूलों वाली, प्रेम से मैं बंधवाऊँगा, बहना तेरे घर आऊँगा। राखी मेरी लाना तू टॉफी वाली,…

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अक्सर

अक्सर देख कपड़ों से भरी अल्मारी अपार ग्लानि का अनुभव होता है चौगिर्द बिखरी  तस्वीरें नंगी तांडव करती दिखती हैं। तकती हूँ जब नंगे बदनों का अम्बार बेरंग हो जाता…

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वह कौन था

उड़ रहा है रंग बालों का आँखों की चमक आवाज़ की खनक सब धूमिल हो रही हैं स्मृति-पटल भी / होता जा रहा है अस्पष्ट-सा नहीं दिख रहा उसपर भी…

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पानी की फितरत

बहना... पानी की फितरत है और बरसना बादलों की नियति, फिर भी जानबूझकर शहर के निचले इलाके भुलाकर रखते है अनहोनी । तेज बारिश का पानी सरकता है नीचे की…

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लोभ की इन पोखरों में

लोभ की इन पोखरों में, तैरते दिल को संभालो !! ग़म के सागर से खुशी के, पंख सब चुनकर निकालो !! मन की टूटी खिड़कियों पर ! प्रीत  के  पर्दे …

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हरियाणवी ग़ज़ल

अपणी अपणी गावै बस इसा भी होणा ठीक नहीं। बिन मलतब की बातां मैं थूक बिलोणा ठीक नहीं।श्याणे माणसां के बीच बैठकै उल्टी सीधी बात करै अपणे रोणे रोये जा…

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