अधूरी आस
अधूरी-सी इक आस है, कभी दूर तो कभी पास है। बुझा न सके जिसे अमृत भी, जाने कैसी प्यास है? बहती लाखों नदियाँ यहाँ पर, नफरत की धरा को मोहब्बत…
.......... मन की सुंदरता है गायब !! गायब मुख से हुई मिठास !! कटु की कटुता हुई चौगुनी !! खट्टे में सौ गुनी खटास !! पंचायत में ऊँच नीच की…
चींटों से खुद भर गयी, मीठे रस की खान ! कठिन काम को कर गयी, कड़वी एक जुबान !! बच्चे हैं परिवार की, सबसे पक्की डोर ! सब रिश्तों को…
कान्हा आजा ना, दरस दिखलाजा ना, तड़प रही मैं - तड़प रही, ओ कान्हा --- मैं गम की मारी, भई दर्द दीवानी, तू समझे क्यूं ना, मेरी ये लाचारी, मैं…
वो ज्ञान प्रभाकर नहीं रहे। तरुण मुनि सागर नहीं रहे। कुछ कड़वे थे और कुछ मीठे थे। राह दिखाते बोल जरा तीखे थे। जैसे नारियल का फल होता…
इस धरा पर जो तपन है , उसको हम शीतल बनाएं, प्रीत के अंकुर उगाएं !! प्यार की पतवार लेकर, आत्मिक मनुहार लेकर ! हर नयन की पालकी से, नेह…
बसुदेव देवकी के सर्वशक्तिमान पूत सांवरे सलोने से मुरारी का जनम है। सोला कलाएँ साधी द्वापर जुग के स्वामी विद्या जाणकार योगाचारी का जनम है। पाप को मिटाणे आये पापियों…
सुबह के घने कोहरे में कुछ यादें, सर्द हवा के झोंके सी दस्तक दे रही हैं। कुछ कोहरे में जमी यादें कमरे को रोशन करने लगी हैं एक अरसे से…