kaash koi esa manjar ho काश ऐसा कोई मंजर हो ,जहां सांसे रुक जाने का आलम हो ।तेरा अहसास हो, तेरा ही ख्याल हो, तेरा साथ हो बाकी कुछ न याद हो ॥ अज्ञात Share Onain Drive You Might Also Like Krishna Krishna मांग में भरे सिंदूर से रिश्ता निभा सके विश्वास एक अटूट बंधन – vishvaas ek attut bandhn