Orchard Diary
बागवानी से
विश्वास एक अटूट बंधन – vishvaas ek attut bandhn
कितना प्यारा वह एह्सास होता है’ कोई दूर होकर भी पास होता है जिंदगी ह्सईन बन जाती है अगर मजबूत खूद का विश्वास होता है ॥ अज्ञात
कितना सकून था – kitana sukun tha
कितना सकून था पिता के आंगन और मां के दामन में स्कूल की पढ़ाई में, भाई – बहन और दोस्तों से लड़ाई में ।वक्त तो बड़ा जालिम होता है जनाब बचपन की यादों में पंहुचा दिया, बुढ़ापे की तन्हाई ने…
मैं और तुम Main aur tum
हर तरफ तुफानों से घिरे है,सकून तेरे आगोश में मिला है,कितनी तन्हा थी इस भीड़ में, तेरे साथ से ये चेहरा खिला है ॥ अज्ञात
Krishna Krishna
मोर पंख को मुकुट में सजाए गोपियों को बांसुरी की धुन सुनाएं ।ग्वाल-बालों के संग माखन खाए’सांवरी सूरत वाला नंदलला कहलाए ॥ अज्ञात
मोहब्बत और मुक्क्दर
मोहब्बत और मुक्क्दर सताती बहुत है, दूर हो जाए किसी से रुलाती बहुत है । इतना ही फासला है दोनों से मिलने का , मुक्कदर मेहनत से मिलती है और मोहब्बत मुक्कदर से ॥ अज्ञात