अगर आप चाहें तो श्रेष्ठ बन सकते है ।
अंतत : आशा श्रेष्ठ साबित होती है ।
आशावाद प्राणियों के लिए अमृत है ।
जैसे सूर्य से वनस्पति को जीवन मिलता है वैसे ही आशावाद से मनुष्यों मे जीवन संचार होता है ।
कर्म सोच की ऊपज है ।