1. शैलपुत्री माता का पहला अवतार था जो सती के रूप में हुआ था ।

1. शैलपुत्री माता का पहला अवतार था जो सती के रूप में हुआ था ।

2. ब्रह्मचारीणी  - तप से शिव को पाया था ।

2. ब्रह्मचारीणी  - तप से शिव को पाया था ।

3. चंद्रघंटा - जिसके माथे पर चंद्रमां के आकार का तिलक है ।

3. चंद्रघंटा - जिसके माथे पर चंद्रमां के आकार का तिलक है ।

4. कूषमांडा - ब्रह्मांड को उत्पन करने की शक्ति पाने पर ही ये नाम पाया ।

4. कूषमांडा - ब्रह्मांड को उत्पन करने की शक्ति पाने पर ही ये नाम पाया । 

5. स्कंदमाता - उनके पुत्र कार्तिकेय का नाम स्कंद है , इसलिए उन्हे स्कंदमाता कहते है ।

5. स्कंदमाता - उनके पुत्र कार्तिकेय का नाम स्कंद है , इसलिए उन्हे स्कंदमाता कहते है ।

6. कात्यायनी - महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर उनके यहां पुत्री रुप में जन्म लिया ।

6. कात्यायनी - महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर उनके यहां पुत्री रुप में जन्म लिया । 

7. कालरात्री - मां पार्वती काल यानी हर संकट को हरने वाली है ।

7. कालरात्री - मां पार्वती काल यानी हर संकट को हरने वाली है । 

8. महागौरी - माता का रंग पूर्णता गौर यानी गोरा है ।

8. महागौरी - माता का रंग पूर्णता गौर यानी गोरा है । 

9. सिद्धीदात्री -  जो भक्त पूर्णता उन्ही के प्रति समर्पित रहता है, उसे वह हर प्रकार की सिद्धी दे देती है । 

9. सिद्धीदात्री -  जो भक्त पूर्णता उन्ही के प्रति समर्पित रहता है, उसे वह हर प्रकार की सिद्धी दे देती है ।