Zakham Gehra ho जख्म गहरा हो, पर दिखाना तुम्हें है, खुशी का आलम हो, पर सुनाना तुम्हें है ।क्या नाम दूं अपनी इस चाहत को,रूठना भी तुमसे है और मनाना भी तुम्हें है ॥ अज्ञात Share Onain Drive You Might Also Like esa koi aalam ho मैं और तुम Main aur tum kaash koi esa manjar ho